tag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post8198690711206426658..comments2023-10-28T13:48:43.907+05:30Comments on ख्वाब का दर: पाकिस्तानी रेंजरों की बंदूकें मेरी तरफ़ तनी हुई थीं.Pankaj Parasharhttp://www.blogger.com/profile/06831190515181164649noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-49789346613081155082008-05-10T23:49:00.000+05:302008-05-10T23:49:00.000+05:30बहुत बढ़िया. पढ़कर अच्छा लगा.-----------------------...बहुत बढ़िया. पढ़कर अच्छा लगा.<BR/>-----------------------------------आप हिन्दी में लिखते हैं. अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं, इस निवेदन के साथ कि नये लोगों को जोड़ें, पुरानों को प्रोत्साहित करें-यही हिन्दी चिट्ठाजगत की सच्ची सेवा है. <BR/>एक नया हिन्दी चिट्ठा किसी नये व्यक्ति से भी शुरु करवायें और हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें.<BR/>यह एक अभियान है. इस संदेश को अधिकाधिक प्रसार देकर आप भी इस अभियान का हिस्सा बनें.<BR/><BR/>शुभकामनाऐं. <BR/>समीर लाल<BR/>(उड़न तश्तरी)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-71992091867328137272008-05-10T16:13:00.000+05:302008-05-10T16:13:00.000+05:30पता नहीं क्या तकनीकी गड़बड़ी है कि भाई चंद्रभूषण ज...पता नहीं क्या तकनीकी गड़बड़ी है कि भाई चंद्रभूषण जी की टिप्पणी पोस्ट पर डालने में दिक्कत आ रही है। पेश है इस पोस्ट पर उनकी यह टिप्पणी।-पंकज पराशर<BR/>"बहुत ही अच्छा पीस। पंकज जी, फर्स्ट हैंड इक्सपीरिएंस वाले ऐसे पीसेज ही इस मीडियम की यूएसपी बनेंगे।" -चंद्रभूषणAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-21214732518397525612008-05-10T12:18:00.000+05:302008-05-10T12:18:00.000+05:30कई तरह के ब्लॉक्स हैं जिन्हें तोड़े जाने की ज़रुरत...कई तरह के ब्लॉक्स हैं जिन्हें तोड़े जाने की ज़रुरत है।उमाशंकर सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-70078590966916572732008-05-09T18:24:00.000+05:302008-05-09T18:24:00.000+05:30बहुत ही अच्छा पीस। पंकज जी, फर्स्ट हैंड इक्सपीरिएं...बहुत ही अच्छा पीस। पंकज जी, फर्स्ट हैंड इक्सपीरिएंस वाले ऐसे पीसेज ही इस मीडियम की यूएसपी बनेंगे।चंद्रभूषणhttps://www.blogger.com/profile/11191795645421335349noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-90815468548840924202008-05-09T17:42:00.000+05:302008-05-09T17:42:00.000+05:30यह गाना शायद सच साबित हुआ-दुश्मन...दुश्मन...जो दोस...यह गाना शायद सच साबित हुआ-दुश्मन...दुश्मन...जो दोस्तों से भी प्यारा है।Anonymousnoreply@blogger.com