tag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post5845397675977488433..comments2023-10-28T13:48:43.907+05:30Comments on ख्वाब का दर: प्रभाष जोशीः अब के सवनवां बहुरि नहि अइहैं...Pankaj Parasharhttp://www.blogger.com/profile/06831190515181164649noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-9723554570808860422009-11-06T22:08:08.482+05:302009-11-06T22:08:08.482+05:30प्रभाष जोशी जी विचारों के महास्तंभ रहे। विनम्र श्...प्रभाष जोशी जी विचारों के महास्तंभ रहे। विनम्र श्रद्धांजलि।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3231542331208500538.post-54119317755329730972009-11-06T21:49:27.435+05:302009-11-06T21:49:27.435+05:30प्रभाष जी नहीं रहे, यह दुखद है.
उन्हें श्रद्धांजल...प्रभाष जी नहीं रहे, यह दुखद है. <br />उन्हें श्रद्धांजलि. <br />रही बात उनके आलोचकों की तो उसका अपना महत्व है. मैं खुद को भी कई कई बार उनसे असहमत पाता हूँ. पिछ्ले दिनों ही उन्होने हिंदुत्व और जाति व्यवस्था को लेकर काफ़ी घिसी-पीटी और आपत्तिजनक बातें अपने एक लेख में लिखी थीं. ऐसे कई उदाहरण हैं. मान-सम्मान अपनी जगह है लेकिन अंधभक्ति नहीं की जानी चाहिए. <br /><br />एक बार फिर प्रभाष जी को याद और सलाम.शिरीष कुमार मौर्यhttps://www.blogger.com/profile/05256525732884716039noreply@blogger.com