शुक्रवार, जनवरी 16, 2009

आईसीसी की रैंकिंग के अजूबे तो देखिये!


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी द्वारा जारी क्रिकेट इतिहास के शीर्ष टेस्ट और एकदिवसीय बल्लेबाजों की जो सूची सामने आई है, उनमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम शीर्ष बीस खिलाडि़यों के बीच भी नहीं है। इसमें इकलौता भारतीय नाम सुनील गावस्कर का है और वह भी बीस शीर्ष बल्लेबाजों की सूची में सबसे अंतिम यानी बीसवें नंबर पर। रिकार्डों और करिश्माई खेल के बेताज बादशाह होने के बावजूद आईसीसी की एकदिवसीय बल्लेबाजों की सूची में सचिन तेंदुलकर 12 वें नंबर पर हैं। इसी से आईसीसी की रैंकिंग प्रणाली के लिए बनाए गए मानदंडों की यांत्रिकता का अंदाजा लगाया जा सकता है। दूसरी ओर, आईसीसी की शीर्ष बीस खिलाडि़यों की दिलचस्प सूचियों में सचिन ही नहीं, बल्कि ब्रायन लारा और स्टीव वॉ सरीखे बल्लेबाजों के नाम नहीं हैं। आईसीसी की सूची में जिन खिलाडि़यों को जगह दी गई है, वे निश्चय ही अच्छे और बड़े खिलाड़ी हैं या रहे हैं, मगर सचिन तेंदुलकर सरीखे खिलाड़ी को आखिरकार कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है?
माना कि रेटिंग तय करने के जो तरीके अपनाए जाते हैं उसके हिसाब से सचिन तेंदुलकर के अंक कम हैं, लेकिन इससे रेटिंग तय करने के जो तरीके हैं वे बेहतर और न्यायसंगत तो नहीं हो जाते हैं? क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 25 बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में 900 या अधिक रेटिंग अंक हासिल कर सके है, जबकि एकदिवसीय में 20 बल्लेबाजों ने 850 रेटिंग अंक का आंकड़ा पार किया है। आईसीसी की रेटिंग पर टीम इंडिया के वामहस्त ओपनर गौतम गंभीर की यह टिप्पणी आम भारतीय की प्रतिक्रियाओं का लगभग प्रतिनिधित्व करती है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को किसी रैंकिंग की कोई जरूरत नहीं है और अंकों की तकनीकी बारीकियों में जाने के बजाए लोग मानते हैं कि सचिन और लारा की किसी से तुलना नहीं की जा सकती है। गौरतलब है कि सचिन और ब्रायन लारा के मामले में स्वयं आईसीसी को इस बात का एहसास है कि रेटिंग तय करने के लिए जो तरीके अपनाए गए हैं, वह बेहतर और निर्दोष नहीं है। इससे स्पष्ट पता चलता है कि इस तरह की सूचियों को जारी करके जाने-अनजाने आईसीसी विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ-साथ अपनी गरिमा के साथ भी न्याय नहीं कर पाती है।

2 टिप्‍पणियां:

Alpana Verma ने कहा…

इसे कहते हैं--चिराग तले अँधेरा!

-comments moderate kiye hue hain to pankaj ji word verification hata lijeeye--comments dene mein sab se badi badhaa hai---

अक्षत विचार ने कहा…

आईसीसी ने विश्व के श्रेष्ठ बल्लेबाजों की एक सूची जारी की और सचिन तेंदुलकर को अंतिम 25 में जगह नहीं दी गयी अर्थात जिस व्यक्ति ने क्रिकेट के दोनों संस्करणों में सबसे अधिक रन व शतक बनाये हैं वह इस सूची में दूर-दूर तक शामिल नहीं है। भला कौन मानेगा कि इस सूची को बनाते समय आंकड़ों का ख्याल रखा गया। साफ लगता है कि सूची बनाते वक्त आंकड़े कम और मानसिकता अधिक झलकती है।